शायद वो आज जिंदा होते।
काबुल हवाईअड्डे से सोमवार को आई तस्वीरों ने वैश्विक समुदाय को झकझोर कर रख दिया है I
इन छवियों ने हमें स्तब्ध कर दिया और हमें ये सोचने पर मजबूर कर दिया, "क्या समय इतना क्रूर हो सकता है और इस तरह से हमारे आस्था की परीक्षा ले सकता है?
वो मासून बेचारे लोग जो अपनी जान बचाने के लिए भागने की कोशिश कर रहे थे, वे इस बात से अनजान थे कि वे वास्तव में अपनी मौत की ओर जा रहे थे।
जो लोग विमान के बाहरी अंग पर सवार हो कर निश्चिंत हो गए थे ये सोचकर की उनकी जान अब बच जाएगी, वे बिचारे इस बात से अनजान थे की वे असल में खुदके मौत की सफर पर सवार हो चुके थे।
शायद इन लोगों ने अपने जीवन में न तो कभी हवाईअड्डा देखा होगा और नाही हवाई जहाज के बारे में जाना होगा। इसलिए उन्होंने ऐसी गलती की, जिससे उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ी, जिसे वे बचाना चाहते थे।
में तो ये सोच भी नहीं पा रहा हु की व्यक्ति की मानसिक स्थिति कैसी हो सकती है, उसके दिमाग में क्या ख़याल आते होंगे जब उसे जीवन और मौत में से एक को चुनना पड़ता है।
काश अफरातफरी के ऐसे अकल्पनीय स्थिति में भगवान् इन लोगों को सद्बुद्धि देता और वो वही रुक जाते तो आज वो जीवित होते और शायद सुरक्षित भी।
काश वक़्त इतनी क्रूरता से इंसान के आस्था की परीक्षा न लेता तो आज हमें मौत की इतनी भयानक और असहनीय वेदना देने वाली तस्वीरें देखेने की नौबत ही न आती।
#life #lifeanddeath #choices #decisions #fate #tragedy #afghanistan #abandoned #fallingtodeath #evacuation #humanitariancrisis #humanity #lifematters #kabulairport #kabul #peace #love #images #faith #time #hope #refugees #freedom #children #awareness #humanrights #justice #healing #people